हेल्लो,
दोस्तों स्वागत है। आपका हमारी आज की पोस्ट में दोस्तों जैसा की आप सभी को पता है। हम आपके लिये रोजाना नई-नई और बेहतरीन शायरी और कोट्स लेके आते रहते है। और आपका मनोरंजन करते है। और आप सभी भी हमे बहुत प्यार देते है। तो दोस्तों आज आपके लिए Tareef Shayari on Eyes पर शायरी लेके आए है। दोस्तों हमारी शायरी और कोट्स को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों के साथ शेयर करना ना भूले। तो दोस्तों शुरू करते है। आज का शायरी का सफर : -
उस घडी देखो उनका आलम,
नींद से जब हो बोझल आँखे,
कौन मेरी नजर में समाये,
देखी है मैंने तुम्हारी आँखे।
चिरागो को आँखों में महफूज़ रखना,
बड़ी दूर तक रात ही रात होगी,
मुसाफिर जो तुम भी, मुसाफिर है हम भी,
किसी मोड़ पर फिर मुलाकात होगी।
आँखों में तेरी डूब जाने को दिल चाहता है,
इश्क़ में तेरे बर्बाद होने को दिल चाहता है,
कोई संभाले मुझे, बहक रहे है मेरे कदम,
वफ़ा में तेरी मर जाने को दिल चाहता है।
खुदा जाने मेरा क्या वज़्न है उनकी निगाहो में ?
सुना है आदमी को वो नजर में तौल लेते है।
नजर को नजर की खबर ना लगे,
कोई अच्छा भी इस कदर ना लगे हमे,
आपको देखा है बस उस नजर से,
जिस नजर से आपको नजर ना लगे।
आँखे ही बना देती है फ़साना किसी का,
आँखे ही बना देती है दीवाना किसी का,
आँखे ही हँसाती है, आँखे ही रुलाती है,
आँखे ही बसा देती है घराना किसी का......
दिल की बाते बता देती है आँखे,
धड़कनो को जगा देती है आँखे,
दिल पे चलता नहीं जादू चेहरे का भी,
दिल को तो दीवाना बना देती है ये आँखे....
उदास आँखों में अपनी करार देखा है,
पहली बार उसे बेक़रार देखा है,
जिसे खबर ना होती थी मेरे आने जाने की,
उसकी आँखों में अब इंतेज़ार देखा है।
मेरी आँखों के आंसू कह रहे है मुझसे,
अब दर्द इतना है की सहा नहीं जाता,
न रोक पलकों से खुल कर छलकने दे,
अब यूँ इन आँखों में रहा नहीं जाता......
सुख गए फूल बहार वही है,
दूर रहते है पर प्यार वही हैं,
जानते है हम मिल नहीं पा रहे है, आपसे,
मगर! इस आँखों में मोहब्बत का इंतेज़ार वही है.....
तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है,
ये उठे सुबह चले, ये झुके श्याम ढले,
मेरा जीना मेरा मरना उन्ही के पलकों के तले,
तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है.....
उतरता तो नशा जाम का है,
यह जाम थोड़े ही है,
उन नशीली आँखों से निकलना,
आसान थोड़े ही है।
जो उनकी आँखों से बयां होते है,
वो लफ्ज शायरी में कहा होते है।
आज भी प्यारी है मुझे तेरी हर निशानी,
फिर चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखों का पानी।
बहुत अंदर तक तबाही मचाता है,
वो आँसू जो आँखों से बह नहीं पाता है।
तेरी याद को पसंद आ गई है,
मेरी आँखों की नमी,
हँसना भी चाहुँ तो रुला,
देती है तेरी कमी।
रात की गहराई आँखों में उतर आई,
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकों से बाह रहे है हल्के-हल्के,
कुछ तो मज़बूरी थी मेरी बेवफाई।
मोहब्बत के भी कुछ राज होते है,
जगती आँखों में भी ख्वाब होते है,
जरुरी नहीं है कि गम में ही आँसू आए,
मुस्कुराती आँखों में भी सैलाब होते है।
आपकी आँखे ऊँची हुई तो दुआ बन गयी,
नीची हुई तो हया बन गयी,
जो झुक कर उठी तो खता बन गयी,
और उठ कर झुकी तो अदा बन गयी।
नशीली आँखों से जब वो हमे देखते है,
हम घबरा कर आँखे झुका लेते है,
कौन मिलाये उन आँखों से आँखे,
सुना है वो आँखों से अपना बना लेते है।
तेरी आँखों के जादू से तू खुद नहीं है वाकिफ़,
ये उसे भी जीना सीखा देता है जिसे मरने का शौक हो।
Thank You
ये उठे सुबह चले, ये झुके श्याम ढले,
मेरा जीना मेरा मरना उन्ही के पलकों के तले,
तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है.....
उतरता तो नशा जाम का है,
यह जाम थोड़े ही है,
उन नशीली आँखों से निकलना,
आसान थोड़े ही है।
जो उनकी आँखों से बयां होते है,
वो लफ्ज शायरी में कहा होते है।
आज भी प्यारी है मुझे तेरी हर निशानी,
फिर चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखों का पानी।
बहुत अंदर तक तबाही मचाता है,
वो आँसू जो आँखों से बह नहीं पाता है।
तेरी याद को पसंद आ गई है,
मेरी आँखों की नमी,
हँसना भी चाहुँ तो रुला,
देती है तेरी कमी।
रात की गहराई आँखों में उतर आई,
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकों से बाह रहे है हल्के-हल्के,
कुछ तो मज़बूरी थी मेरी बेवफाई।
मोहब्बत के भी कुछ राज होते है,
जगती आँखों में भी ख्वाब होते है,
जरुरी नहीं है कि गम में ही आँसू आए,
मुस्कुराती आँखों में भी सैलाब होते है।
आपकी आँखे ऊँची हुई तो दुआ बन गयी,
नीची हुई तो हया बन गयी,
जो झुक कर उठी तो खता बन गयी,
और उठ कर झुकी तो अदा बन गयी।
नशीली आँखों से जब वो हमे देखते है,
हम घबरा कर आँखे झुका लेते है,
कौन मिलाये उन आँखों से आँखे,
सुना है वो आँखों से अपना बना लेते है।
तेरी आँखों के जादू से तू खुद नहीं है वाकिफ़,
ये उसे भी जीना सीखा देता है जिसे मरने का शौक हो।
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